Thursday, January 7, 2016

विवादों में फंसे आमिर और शाहरुख खान की सरकारी सुरक्षा घटाई गई


नई दिल्ली: बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान को लेकर बड़ी खबर है. मुंबई पुलिस ने सुरक्षा की समीक्षा देने के बाद आमिर और शाहरुख खान की सुरक्षा घटाने का फैसला किया है.
हालांकि कुल 25 फिल्मी हस्तियों की सुरक्षा में कांट छांट हुई है लेकिन आमिर और शाहरुख पर फैसला इसलिए चौंकाता है क्योंकि दोनों ही फिल्म अभिनेता असहिष्णुता को लेकर विवाद में रहे हैं. उसी के बाद दोनों को अतिरिक्त सुरक्षा दी गई थी लेकिन अब माना गया है कि दोनों को कोई खतरा नहीं है.
बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार और डायरेक्टर-प्रोड्यूसर महेश भट्ट सहित 15 हस्तियों की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गई है.
आपको बता दें कि आमिर खान ‘अतुल्य भारत’ अभियान के ब्रांड एम्बेसडर थे उन्हें भी इस पद से हटा दिया गया है. अब आमिर खान अतुल्य भारत के विज्ञापनों में नजर नहीं आएंगे. भारत सरकार के लिए ‘अतिथि देवो भव:’ अभियान का विज्ञापन बनाने वाली कंपनी मैक्केन वर्ल्डवाइड का करार खत्म हो गया है.
इस मुद्दे ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों ने तो यहां तक कह दिया है कि कंपनी तो सिर्फ बहाना है ये आमिर खान पर मोदी सरकार का निशाना है. हालांकि सरकार ने सफाई दी है कि आमिर खान को नहीं हटाया गया है, बल्कि जिस कंपनी से समझौता हुआ था, उसके साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है.
कांग्रेस जिस आधार पर ये दावा कर रही है कि मोदी सरकार ने आमिर खान को निशाना बनाया है…उसके पीछे वजह है 23 नवंबर को आमिर खान का ये इंटरव्यू जिसे लेकर राजनीति में बड़ा बवाल मचा था. आमिर खान ने कहा था कि उनकी पत्नी ने देश में बढ़ रही असहनशीलता को देखते हुए देश छोड़ने की बात कही थी.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम में आमिर खान ने असहिष्णुता को लेकर अपनी राय जाहिर की की थी. आमिर खान के इस बयान के बाद न सिर्फ मोदी सरकार पर हमला तेज हो गया था, बल्कि बॉलीवुड भी आमिर के बयान को लेकर दो धड़ों में बंट गया था.
आमिर खान ने इस पर बयान जारी करते हुए कहा है, ’10 साल से अतुल्य भारत मुहिम का ब्रैंड एंबेसडर बनने का सम्मान मिलने पर मुझे गर्व है. मैंने अपने देश के लिए काम किया, आगे भी करूंगा. मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने इस मुहिम के लिए पैसे नहीं लिए.’
आमिर खान अतुल्य भारत के कैंपन से आउट हो गए तो इसी कैंपेन में एंट्री हो सकती है मोदी के गुजरात के ब्रैंड एंबेसडर अमिताभ बच्चन की. सवाल ये नहीं कि आमिर खान के अतुल्य भारत से जुड़ी कंपनी का करार केंद्र सरकार के साथ खत्म हो गया. सवाल खुद आमिर की छवि का है. आमिर ऐसे अभिनेता रहे हैं जिनके लिए सामाजिक सरोकार के मुद्दे अहम रहे हैं. चाहे सामाजिक आंदोलनों में उनकी भागीदारी हो या फिर फिल्म और टीवी में उनकी भूमिकाएं.
< ऐसे में बड़ा प्रश्न ये – कि – क्या कैंपेन के बहाने को आमिर को निशाना बनाया गया है?

0 comments: